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08 नवंबर 2013

नेचुरल रबर के आयात में कमी संभव

लेकिन घरेलू सप्लाई बेहतर होने से मूल्य में बढ़ोतरी के आसार नहीं विदेशी बाजार और घरेलू बाजार में नेचुरल रबर की कीमतों में अंतर घटकर 1 से 5 रुपये प्रति किलो का रह गया है जिससे आयात पड़ते नहीं लग रहे हैं। इन कीमतों पर नए आयात सौदे नहीं हो पाएंगे, लेकिन घरेलू बाजार में उपलब्धता ज्यादा है इसलिए घरेलू बाजार में नेचुरल रबर की मौजूदा कीमतों में तेजी की संभावना नहीं है। रबर मर्चेंट्स एसोसिएशन के सचिव अशोक खुराना ने बताया कि कोट्टायम में नेचुरल रबर का भाव घटकर 151-158 रुपये प्रति किलो रह गए जबकि बैंकॉक में इसका भाव 152-153 रुपये प्रति किलो (भारतीय मुद्रा में) है। विदेशी और घरेलू बाजार में कीमतों में अंतर कम होने से नए आयात सौदे नहीं होंगे। लेकिन टायर कंपनियों के पास नेचुरल रबर का स्टॉक ज्यादा है, जिससे मौजूदा कीमतों में तेजी की संभावना नहीं है। हालांकि घरेलू बाजार में कीमतों में आई भारी गिरावट से मझोले उद्योगों को जरूर फायदा हुआ है। विनको ऑटो इंडस्ट्रीज लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर एम एल गुप्ता ने बताया कि अप्रैल से अगस्त के दौरान विदेशी बाजार में नेचुरल रबर के भाव घरेलू बाजार से काफी कम थे, जिससे बड़ी खपत वाली कंपनियों ने आयात ज्यादा मात्रा में किया। इसीलिए अप्रैल से अक्टूबर के दौरान नेचुरल रबर का आयात बढ़कर 2,14,448 टन का हुआ है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 1,31,107 टन का हुआ था। नेचुरल रबर की कुल खपत में 60 से 65 फीसदी की हिस्सेदारी बड़ी कंपनियों की है तथा एसएमई कंपनियों की खपत 35 से 40 फीसदी ही है जबकि इस समय केवल एसएमई कंपनियां ही खरीद कर रही हैं। उन्होंने बताया कि केरल में नेचुरल रबर पर 5 फीसदी वैट है तथा इसमें अन्य खर्च परिवहन लागत आदि मिलाकर उत्तर भारत पहुंच का खर्च करीब 15 से 18 रुपये प्रति किलो आ जाता है। रबर बोर्ड के अनुसार अक्टूबर महीने में नेचुरल रबर का उत्पादन घटकर 83,000 टन का हुआ है जबकि पिछले साल सितंबर महीने में 89,500 टन का उत्पादन हुआ था। अक्टूबर महीने में नेचुरल रबर की खपत 80,500 टन की हुई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 83,485 टन की हुई थी। चालू वित्त वर्ष 2013-14 के पहले सात महीनों (अप्रैल से अक्टूबर) के दौरान नेचुरल रबर का उत्पादन 12.2' घटकर 4.26 लाख टन का हुआ है जबकि इस दौरान खपत में मामूली 2.8' की गिरावट आकर कुल खपत 5.69 लाख टन की हुई है। (Business Bhaskar....R s Rana)

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