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30 नवंबर 2013

ग्वार ने बढ़ाई सियासी धार

कीमतों में तेज उतार-चढ़ाव को लेकर सुर्खियों में रहने वाला ग्वार एक बार फिर चर्चा में है। देश में ग्वार का 80 फीसदी उत्पादन करने वाले राज्य राजस्थान में इस बार ग्वार प्रमुख चुनावी मुद्दा है। राजस्थान विधानसभा चुनावों में नेता ग्वार बचाव का नारा लगा किसानों को लुभा रहे हैं वहीं जयपुर से मुंबई तक सटोरिये ग्वार पर दांव लगाकर करोड़ों के वारे न्यारे करने में जुटे हैं। राजस्थान में लगभग सभी राजनीतिक दल ग्वार किसानों के हितों की बात कर रहा है। ग्वार के बड़े कारोबारी बी डी अग्रवाल तो ग्वार किसानों और कारोबारियों के हितों का दावा करते हुए जमींदारा पार्टी का गठन कर मैदान में अपने 21 उम्मीदवारों को भी उतार दिया है। जमींदारा के झंडा ताले अग्रवाल अपने पूरे परिवार को ग्वार के सहारे चुनावी वैतरणी पार कराना चाह रहे हैं। अग्रवाल का दावा है कि नई सरकार के गठन में उनकी अहम भूमिका होगी। उन्होंने कहा कि जो पार्टी ग्वार कारोबारियों और किसानों के हितों की रक्षा करेगी वह उसी को समर्थन देंगे। हालांकि सट्टïा बाजार में जमींदारा पार्टी की औकात महज एक-दो सीटों की ही बताई जा रही है। ग्वार कारोबारियों की मानी जाए तो पहली बार ऐसा हुआ है जब कोई कृषि उत्पाद राजस्थान के चुनाव में प्रमुख मुद्दा बना है। बीकानेर उद्योग मंडल के प्रवक्ता पुखराज चोपड़ा कहते हैं कि सभी दल ग्वार किसानों और कारोबारियों का हितैषी बताने की कोशिश कर रहे हैं। चुनाव में ग्वार को मुद्दा बनने की प्रमुख वजह राजनीतिक दलों को ग्वार कारोबारियों से मिलने वाला मोटा चंदा है। जमींदारा पार्टी के उम्मीदवार पिछले साल ग्वार वायदा पर पाबंदी के लिए जिम्मेदार भाजपा को ठहरा रहे हैं, वहीं कांग्रेस भी इसका ठीकरा भाजपा पर फोड़ रही है। वहीं भाजपा का कहना है कि सटोरियों को बढ़ावा नहीं दिया जाना चाहिए। इस बीच सटोरिये भी खूब दांव लगा रहे हैं। भाजपा के 116 सीटों के लिए एक रुपये का भाव लग रहा है जबकि कांग्रेस की महज 60 सीटों का भाव एक रुपया है। सट्टïे के जानकारों की मानें तो राजस्थान के चुनाव पर इस बार रिकॉर्ड 5000 करोड़ रुपये से ज्यादा का सट्टïा लगा हुआ है, जिसमें ग्वार की अहम भूमिका रही है। राज्य में ग्वार का उत्पादन 2008-09 में 12.61 लाख टन था जो 2012-13 में बढ़कर 20.23 लाख टन तक पहुंच गया है। राज्य में उत्पादन बढऩे की वजह ग्वार की ऊंची कीमतों की वजह से किसानों का ग्वार की तरफ आकर्षित होना है। (BS Hindi)

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