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04 अप्रैल 2014

मार्च में वैश्विक खाद्य कीमतें 10 माह के सर्वोच्च स्तर पर

अमेरिका और ब्राजील में प्रतिकूल मौसम और रूसी क्षेत्र में भूराजनैतिक तनाव के चलते कृषि जिसों के दामों में तेजी से हुई बढ़ोतरी के कारण मार्च में वैश्विक खाद्य कीमतें 2.3 फीसदी बढ़कर 10 महीने के सर्वोच्च स्तर पर पहुंच गई हैं। वैश्विक जिंसों की कीमतों में बढ़ोतरी भारतीय निर्यातकों के लिए नए मौके लेकर आई है। लेकिन इससे महंगाई में संभावित बढ़ोतरी को लेकर भारतीय नीति-निर्माताओं की चिंता भी बढ़ेगी, जिन्होंने कई नीतिगत उपायों से महंगाई को काबू में किया था। हालांकि वैश्विक जिंसों की कीमतों में बढ़ोतरी थोड़े समय के लिए रहेगी। संयुक्त राष्ट्र के खाद्य एवं कृषि संगठन (एफएओ) के आंकड़ों से पता चलता है कि एफएओ का खाद्य कीमत सूचकांक 4.8 अंक बढ़कर 212.8 के औसत पर पहुंच गया है, जो मई 2013 के बाद का सर्वोच्च स्तर है। एफएओ के वरिष्ठ अर्थशास्त्री अबरोलरेजा अब्बासियन ने कहा, 'अमेरिका और ब्राजील में प्रतिकूल मौसम और कालासागर क्षेत्र में भूराजनैतिक तनाव का सूचकांक पर असर पड़ा है।' मार्च से यूक्रेन से अनाज के निर्यात में बाधा की चिंताएं कम हुई हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कारोबार वाली खाद्य जिंसों की कीमतों पर आधारित सूचकांक में डेयरी को छोड़कर सभी समूहों की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। डेयरी समूह में चार महीनों में पहली बार 2.5 फीसदी गिरावट दर्ज की गई है। सबसे ज्यादा बढ़ोतरी चीनी (7.9 फीसदी) और खाद्यान्न (5.2 फीसदी) की कीमतों में हुई है। इस बीच एफएओ ने 2013 में वैश्विक खाद्यान्न उत्पादन का अपना अनुमान बढ़ाया है। इसने अपना अनुमान 60 लाख टन बढ़ाकर 252.1 करोड़ टन कर दिया है। हाल में संशोधित अनुमान में कहा गया है कि कई देशों में मोटे अनाज और चावल का उत्पादन बढ़ेगा। वर्ष के अंत में बचने वाले स्टॉक के अनुमान को भी बढ़ाया गया है और वैश्विक कारोबार में अहम बढ़ोतरी की संभावना जताई गई है। एफएओ के अब्बासियन ने कहा, 'अभी खाद्यान्न उत्पादन के वास्तविक अनुमान के बारे में कुछ कहना जल्दबाजी होगा, क्योंकि अभी कई फसलें बोई जानी हैं और मौसम के बारे में भी कुछ नहीं कहा जा सकता।' वर्ष 2014 में वैश्विक गेहूं उत्पादन 70.2 करोड़ टन होने का अनुमान है, जो मार्च में प्रकाशित एफएओ के पहले अनुमान से 20 लाख टन कम है। यह पिछले साल के रिकॉर्ड उत्पादन से 2 फीसदी कम होगा। (BS Hindi)

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