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12 फ़रवरी 2015

चीन को पछाड़ 842 टन खपत के साथ भारत बना सोने का सबसे बड़ा उपभोक्ता : WGC

सोने की मांग में कमी आने के बावजूद भारत चीन को पछाड़कर एक बार फिर दुनिया का सबसे बड़ा उपभोक्ता देश बन गया है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल की ओर से जारी डिमांड ट्रेड रिपोर्ट के मुताबिक बीते साल (2014) देश में सोने की कुल खपत 842.7 टन रही। जबकि चीन में यह आंकड़ा 813.6 टन का था। इस लिहाज से एक बार फिर भारत सोने की खपत के मामले में दुनिया का सबसे बड़ा उपभोक्ता देश बन गया है।
ज्वैलरी के लिए बढ़ी डिमांड
बीते साल (2014) भारत में ज्वैलरी के लिए कुल 662.1 टन सोने की खपत हुई। जो 2013 से 8 फीसदी ज्यादा है। वहीं सोने की कुल खपत की बात करें तो यह आंकड़ा 842.7 टन का है। जो 2013 से 14 फीसदी कम है। सालाना आधार पर वित्त वर्ष 2015 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में सोने की कुल खपत 2 फीसदी बढ़कर 223.2 टन रही है। जबकि इस अवधि में ज्वैलरी के लिए उपयोग होने वाले सोने की खपत में 19 फीसदी का इजाफा हुआ है। दिसंबर तिमाही में कुल 179.1 टन सोने का इस्तेमाल ज्वैलरी के लिए किया गया है।
सोने की निवेश मांग घटी
निवेश की बात करें तो रिपोर्ट के मुताबिक निवेशकों के लिए 2014 में गोल्ड आकर्षक निवेश विकल्प नहीं रहा है। बीते साल सोने की निवेश मांग में 50 फीसदी की कमी आई है। 2014 में कुल 180.6 टन सोने में निवेश हुआ है। जबिक सालाना आधार पर अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में निवेश मांग 35 फीसदी घटकर 44.1 टन सोने की रही है।
आयात में आई गिरावट
रिपोर्ट के मुताबिक 2014 में सोने के आयात में गिरावट देखने को मिली है। पूरे साल में सोने का कुल आयात 769 टन का रहा। जबकि 2013 में कुल 825 टन सोने का आयात हुआ था। वित्त वर्ष 2015 की दिसंबर तिमाही में कुल 244 टन सोने का आयात देश में हुआ। जबकि वित्त वर्ष 2014 की इसी तिमाही में कुल 114 टन सोने का आयात हुआ था।
बीते वर्ष रिसाइकिल्ड गोल्ड की सप्लाई में भी कमी आई है। 2014 में कुल 77 टन रिसाइकिल्ड सोने की सप्लाई हुई। जबकि 2013 में कुल 101 टन रिसायकिल्ड गोल्ड की सप्लाई हुई थी। दिसंबर तिमाही की बात करें तो कुल 21 टन सोने की सप्लाई हुई है। जबकि 2013 की दिसंबर तिमाही में यह आंकड़ा 17 टन सोने का था।
2015 में भारत के पहले स्थान पर रहने की उम्मीद
रिपोर्ट में कहा गया है कि इस साल भी भारत सोने का नंबर एक उपभोक्ता बना रह सकता है। उसने कहा है कि दोनों देशों में इस साल पीली धातु की माँग 900 से 1000 टन की बीच रहने की उम्मीद है। लेकिन भारत चीन से बीस साबित हो सकता है।
ग्लोबल मांग में भी आई कमी
रिपोर्ट के मुताबिक पिछले साल दोनों बड़े उपभोक्ता देश भारत और चीन में सोने की माँग मे कमी आयी। वैश्विक स्तर पर सोने की माँग जहाँ पाँच साल के न्यूनतम स्तर पर पहुँच गयी वहीं भारत में इसमें 14 प्रतिशत तथा चीन में 38 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गयी।

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