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17 फ़रवरी 2015

ओएमएसएस के तहत गेहूं की बिक्री में आई कमी


उत्पादक मंडियों से मिल रहा है फ्लोर मिलों को सस्ता गेहूं
आर एस राणा
नई दिल्ली। रोलर फ्लोर मिलों को उत्पादक मंडियों से सस्ता गेहूं मिल रहा है इसलिए खुले बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस) के तहत गेहूं की बिक्री कम हो गई है। गत सप्ताह ओएमएसएस के तहत केवल 1.59 लाख टन गेहूं की ही बिक्री हुई है जबकि उसके पहले सप्ताह में 1.90 लाख टन गेहूं बिका था।
श्रीबाला जी फूड प्रोडेक्टस के प्रबंधक संदीप बंसल ने बताया कि नई फसल को देखते हुए किसानों और स्टॉकिस्टों ने गेहूं की बिकवाली बढ़ा दी है जिससे उत्पादक मंडियों में आवक पहले की तुलना में ज्यादा हो गई है। उत्तर प्रदेष की उत्पादक मंडियों में 1,450-1,500 रूपये प्रति क्विंटल की दर से गेहूं बिक रहा है। भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के गेहूं के मुकाबले उत्पादक मंडियों में सस्ता गेहूं मिल रहा है इसलिए फ्लोर मिलों ने एफसीआई से खरीद कम कर दी है।
भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के वरिश्ठ अधिकारी ने बताया कि चालू सीजन में ओएमएसएस के तहत गेहूं की बिक्री में 17.44 फीसदी की कमी आकर अभी तक कुल 37.34 लाख टन गेहूं की ही बिक्री हुई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 45.23 लाख टन गेहूं की बिक्री हुई थी। अभी तक हुई कुल बिक्री में मध्य प्रदेष से 11.45 लाख टन, पंजाब से 5.55 लाख टन, कर्नाटक से 5.18 लाख टन, हरियाणा से 3.83 लाख टन, दिल्ली से 3.70 लाख टन, तमिलनाडु से 1.29 लाख टन, पष्चिमी बंगाल से 1.29 लाख टन, असम से 1.18 लाख टन और जम्मू-कष्मीर से 1.27 लाख टन गेहूं बिका है। पहली अप्रैल से गेहूं की सरकारी खरीद षुरू हो जायेगी तथा रबी विपणन सीजन 2015-16 के लिए केंद्र सरकार ने गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 1,450 रूपये प्रति क्विंटल तय किया है जबकि गत विपणन सीजन में गेहूं की सरकारी खरीद 1,400 रूपये प्रति क्विंटल की दर से की गई थी।
उन्होंने बताया कि चालू सीजन में ओएमएसएस के तहत 100 लाख टन गेहूं बेचने का लक्ष्य तय किया था लेकिन कुल बिक्री 45 लाख टन से भी कम ही रहेगी। केंद्रीय पूल में पहली फरवरी को 220.14 लाख टन गेहूं का स्टॉक बचा हुआ है जोकि फरवरी-2014 के 242 लाख टन से कम है। चालू रबी विपणन सीजन में सरकार ने एमएसपी पर 300.59 लाख टन गेहूं की खरीद का लक्ष्य तय किया है जबकि पिछले सीजन में 280.23 लाख टन गेहूं की सरकारी खरीद हुई थी।./......आर एस राणा

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