कुल पेज दृश्य

07 मार्च 2015

खराब मौसम के बावजूद गुड़ में तेजी की संभावना नहीं


गुड़ में वायदा कारोबार बंद होने से स्टारॅकिस्टों की खरीद कमजोर
आर एस राणा
नई दिल्ली। उत्पादक क्षेत्रों में खराब मौसम से गुड़ का उत्पादन प्रभावित हुआ है जिससे इसकी दैनिक आवक कम हुई है लेकिन खपत राज्यों की मांग नहीं होने से गुड़ की कीमतों में तेजी की संभावना नहीं है। मुजफ्फरनगर मंडी में षनिवार को गुड़ चाकू का भाव 870-940 रूपये प्रति 40 किलो पर स्थिर बना रहा जबकि दैनिक आवक घटकर 1,500-2,000 कट्टो (एक कट्टा-40 किलो) की हुई। उत्तर प्रदेष में चीनी मिलों में गन्ने की पेराई समय से पहले बंद होने की आषंका है इसका असर भी आगामी दिनों में गुड़ की कीमतों पर पड़ेगा, तथा इसकी मौजूदा कीमतों में और भी गिरावट आ सकती है।
व्यापारिक सूत्रों के अनुसार गुड़ में वायदा कारोबार बंद होने से स्टॉकिस्टों की मांग कमजोर है जबकि त्यौहारी मांग भी कम हो गई है। हालांकि मौसम खराब होने से गुड़ का उत्पादन नहीं हो रहा है इसलिए कीमतें स्थिर बनी हुई है, लेकिन जैसे ही मौसम साफ होगा, मौजूदा कीमतों में गिरावट की ही संभावना है। उन्होंने बताया कि पिछले सप्ताह मंडी में गुड़ की दैनिक आवक 6,000-7,000 कट्टो की हो रही थी जबकि षनिवार को दैनिक आवक केवल 1,500 से 2,000 कट्टों की हुई।
थोक कारोबारियों का मानना है कि चालू गन्ना पेराई सीजन में राज्य में चीनी मिलों में पेराई एक महीना पहले ही बंद होने की आषंका है इससे किसानों को कोल्हू संचालकों को गन्ना बेचना पड़ेगा, जिससे पूरे सीजन में गुड़ की कीमतों में तेजी की संभावना नहीं है। अभी तक उत्तर प्रदेष में 3 चीनी मिलों में गन्ने की पेराई बंद हो चुकी है। उन्होंने बताया कि इस समय मंडी में 4.50 लाख कट्टे का स्टॉक हो चुका है जोकि पिछले साल के लगभग बराबर ही है। चालू सीजन में कुल स्टॉक पिछले साल के लगभग बराबर ही होने का अनुमान है।
व्यापारिक सूत्रों ने बताया कि गुड़ में चालानी मांग कमजोर बनी हुई है जबकि चीनी के दाम नीचे है। ऐसे में भविश्य में गुड़ की कीमतों में तेजी की संभावना नहीं है। मुजफ्फरनगर मंडी में षनिवार को गुड़ चाकू का भाव 870 से 940 रूपये, गुड़ लड्डू का भाव 890 से 900 रूपये और खुरपापाड़ का भाव 850-860 रूपये प्रति 40 किलो रहा। ......आर एस राणा

कोई टिप्पणी नहीं: