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21 अप्रैल 2015

गेहूं की सरकारी खरीद 38 फीसदी पिछड़ी


चालू रबी में गेहूं की खरीद तय लक्ष्य से कम होने का अनुमान
आर एस राणा
नई दिल्ली। बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि का असर गेहूं की सरकारी खरीद पर भी देखा जा रहा है। चालू रबी में गेहूं की सरकारी खरीद में 38 फीसदी की गिरावट आकर कुल खरीद 36.10 लाख टन की ही हुई है। चालू रबी विपणन सीजन 2015-16 में गेहूं की सरकारी खरीद तय लक्ष्य 300 लाख टन से कम होने की आशंका है। राजस्थान, मध्य प्रदेश के साथ ही उत्तर प्रदेश से दिल्ली में गेहूं की दैनिक आवक बढ़ी है तथा दिल्ली में गेहूं के भाव घटकर 1,480 से 1,500 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।
भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) ने चालू रबी विपणन सीजन में न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर अभी तक केवल 36.10 लाख टन गेहूं की खरीद की है, जबकि पिछले रबी विपणन सीजन की समान अवधि में 58.70 लाख टन की हुई थी। अभी तक हुई कुल खरीद में मध्य प्रदेश की हिस्सेदारी 21.58 लाख टन है। पिछले साल मध्य प्रदेश से इस समय तक 26.46 लाख टन की हुई थी। हरियाणा से चालू रबी विपणन सीजन में अभी तक 12.79 लाख टन गेहूं की खरीद हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक 25.39 लाख टन की खरीद हो चुकी थी। अन्य राज्यों में पंजाब से 43,821 टन और उत्तर प्रदेश से 62,400 टन गेहूं की खरीद ही हुई है।
खाद्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि का असर गेहूं की खरीद पर भी पड़ेगा। चालू रबी में खाद्य मंत्रालय ने 300 लाख टन गेहूं की खरीद का लक्ष्य तय किया है लेकिन खरीद 250 लाख टन तक ही सिमटने की संभावना है। पिछले रबी विपणन सीजन में सरकारी एजेंसियों ने एमएसपी पर कुल 280 लाख टन गेहूं की खरीद की थी। उन्होंने बताया कि उत्पादक राज्यों में मौसम साफ हो गया है इसलिए आगामी दिनों में गेहूं की दैनिक आवक तो बढ़ेगी, साथ ही खरीद में भी तेजी आयेगी। केंद्र सरकार ने राज्यों की मांग के आधार पर गेहूं की सरकारी खरीद नियमों में भी रियायत दी है।
कृषि मंत्रालय के दूसरे अग्रिम अनुमान के अनुसार चालू रबी में 957 लाख टन गेहूं की पैदावार होने का अनुमान है। हालांकि मार्च-अप्रैल में हुई बारिश से गेहूं की प्रति हैक्टेयर उत्पादकता में भी कमी आने का अनुमान है। ऐसे में चालू रबी में गेहूं की पैदावार सरकारी अनुमान से कम होने का अनुमान है।....आर एस राणा

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