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27 मई 2015

दलहन की पैदावार बढ़ाने के लिए 216 करोड़ का आवंटन एनएफएसएम के तहत


फसल सीजन 2015-16 के लिए एनएफएसएम के तहत 564 करोड़ राज्यों को मिलेंगे
आर एस राणा
नई दिल्ली। केंद्र सरकार दलहन पर आयात की निर्भरता कम करने के लिए सक्रिय हो गई है। फसल सीजन 2015-16 में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन (एनएफएसएम) के तहत कुल 563.89 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है इसमें दलहन की पैदावार बढ़ाने के लिए राज्यों को 215.96 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।
खाद्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सरकार दलहन उत्पादन बढ़ाने पर जोर दे रही है इसलिए फसल सीजन 2015-16 में दलहन पैदावार बढ़ाने के लिए सबसे ज्यादा आवंटन किया गया है। दलहन की पैदावार बढ़ाने के लिए महाराष्ट्र को फसल सीजन 2015-16 में 92.22 करोड़ रुपये, उत्तर प्रदेश को 54.67 करोड़ रुपये, असम को 22.92 करोड़ रुपये, उड़ीसा को 20.73 करोड़ रुपये तथा नागालैंड को 6.66 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है।
उन्होंने बताया कि एनएफएसएम के तहत चावल की पैदावार बढ़ाने के लिए 188.54 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है। इसमें असम को 51.85 करोड़ रुपये, उत्तर प्रदेश को 35.31 करोड़ रुपये, पश्चिमी बंगाल को 24.20 करोड़ रुपये और त्रिपुरा को 6.88 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है। उन्होंने बताया कि गेहूं की पैदावार बढ़ाने के लिए फसल सीजन 2015-16 में एनएफएसएम के तहत 87.24 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है इसमें उत्तर प्रदेश को 46.61 करोड़ रुपये, पंजाब को 23.86 करोड़ रुपये और हिमाचल को 5.34 करोड़ रुपये का आवंटन किया जायेगा।
उन्होंने बताया कि सरकार एनएफएसएम के तहत मोटे अनाज, कपास, जूट और गन्ने की पैदावार बढ़ाने पर जोर देगी। फसल सीजन 2015-16 के लिए एनएफएसएम के तहत मोटे अनाजों की पैदावार बढ़ाने के लिए 49.15 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है। इसके तहत सबसे ज्यादा आवंटन महाराष्ट्र को 12.58 करोड़ रुपये और नागालैंड को 7.71 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है।
कपास की पैदावार बढ़ाने के लिए एनएफएसएम के तहत 8.36 करोड़ रुपये और जूट की पैदावार बढ़ाने के लिए 7.93 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है। इसी तरह से गन्ने की पैदावार बढ़ाने के लिए 6.71 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है।....आर एस राणा

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