कुल पेज दृश्य

27 मई 2015

पैदावार कम होने के बावजूद एमएसपी से नीचे मक्का के दाम


निर्यात पड़ते नहीं होने के साथ ही घरेलू मांग कम होने से और मंदे की आशंका
आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू रबी में मक्का की पैदावार घटकर 64.8 लाख टन होने का अनुमान है इसके बावजूद भी उत्पादक मंडियों में मक्का की कीमतें न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से नीचे बनी हुई है। उत्पादक मंडियों में मक्का के भाव 1,080 से 1,250 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं जबकि केंद्र सरकार ने मक्का का एमएसपी 1,310 रुपये प्रति क्विंटल तय किया हुआ है। विश्व बाजार में मक्का की कीमतें नीचे होने के कारण निर्यात पड़ते नहीं लग रहे हैं जबकि घरेलू बाजार में पोल्ट्र फीड के साथ ही स्टार्च मिलों की मांग कमजोर है जिससे मौजूदा कीमतों में और भी गिरावट आने की आशंका है।
गोपाल ट्रेडिंग कंपनी के प्रबंधक राजेश अग्रवाल ने बताया कि बिहार की मंडियों में मक्का की दैनिक आवक बढ़कर करीब 1.5 लाख क्विंटल की हो गई लेकिन खपत राज्यों की मांग काफी कमजोर है जिससे भाव में मंदा बना हुआ है। बिहार की उत्पादक मंडियों में मक्का के भाव 1,080 से 1,150 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं। पंजाब और हरियाणा पहुंच बिहार से मक्का के सौदे 1,325 से 1,330 रुपये प्रति क्विंटल की दर से हो रहे हैं।
मक्का के थोक कारोबारी पूनम चंद गुप्ता ने बताया कि विदेशी बाजार में दाम कम होने के कारण भारत से निर्यात पड़ते नहीं लग रहे हैं जबकि पोल्ट्री उद्योग की स्थिति भी खराब है। इसीलिए पैदावार कम होने के बावजूद भी मक्का की कीमतों में गिरावट बनी हुई है। विदेशी बाजार में मक्का के भाव 236 से 241 डॉलर प्रति टन (एफओबी) है। दिल्ली में मक्का के भाव घटकर 1,275 से 1,280 रुपये प्रति क्विंटल रहे गए। चालू सप्ताह में इसकी कीमतों में 20 से 25 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट आ चुकी है। आगामी दिनों में दैनिक आवक और बढ़ेगी जिससे मौजूदा कीमतों में और भी गिरावट आने की आशंका है। आध्रप्रदेश की निजामाबाद मंडी में मक्का के भाव 1,250 रुपये और कर्नाटक की दावणगिरी मंडी में 1,280 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।
कृषि मंत्रालय के तीसरे आरंभिक अनुमान के अनुसार चालू रबी में मक्का की पैदावार घटकर 64.8 लाख टन होने का अनमान है जबकि पिछले साल पैदावार 71.1 लाख टन की हुई थी। रबी और खरीफ को मिलाकर मक्का की पैदावार 227.4 लाख टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल 242.6 लाख टन की पैदावार हुई थी।.......आर एस राणा

कोई टिप्पणी नहीं: