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22 मई 2015

तेल में निर्यात मांग बढ़ने से केस्टरसीड में तेजी की संभावना


उत्पादक मंडियों में केस्टर सीड की दैनिक आवक घटी
आर एस राणा
नई दिल्ली। केस्टर तेल में इस समय निर्यात मांग अच्छी बनी हुई है जबकि उत्पादक मंडियों में केस्टर सीड की दैनिक आवक कम होने लगी है। ऐसे में उम्मीद है कि आगामी दिनों में इसकी मौजूदा कीमतों में 10 से 12 फीसदी की तेजी आने की संभावना है। गुजरात की मंडियों में केस्टर सीड की दैनिक आवक घटकर 75 से 80 हजार बोरी (एक बोरी-75 किलो) की रह गई।
एस सी केमिकल के निदेषक कुषल राज पारिख ने बताया कि केस्टर तेल के निर्यात सौदे अच्छे हो रहे है जबकि प्लांटों के पास स्टॉक कम है। केस्टर तेल के निर्यात सौदे 1,265 डॉलर प्रति टन की दर से चीन के लिए सीएंडएफ के आधार पर हो रहे है। उन्होंने बताया कि उत्पादक मंडियों में केस्टर सीड की दैनिक आवक घट रही है जिससे मौजूदा कीमतों में तेजी की संभावना है। उत्पादक मंडियों में केस्टर सीड के भाव 3,800 से 3,825 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं।
जयंत एग्रो आर्गेनिक लिमिटेड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि वित वर्ष 2014-15 में केस्टर तेल का निर्यात 4.59 लाख टन का हुआ है जबकि पिछले वित वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात 4.72 लाख टन का हुआ था। उन्होंने बताया कि मार्च-अप्रैल में निर्यात में तेजी आई है। मार्च 2015 में केस्टर तेल का निर्यात बढ़कर 59,294 टन का हुआ है जबकि पिछले साल मार्च महीने में 35,773 टन का निर्यात ही हुआ था। इस समय भी निर्यात मांग अच्छी बनी हुई है जिससे केस्टर तेल की कीमतों में भी तेजी आने की संभावना है।
कृषि मंत्रालय के तीसरे आरंभिक अनुमान के अनुसार फसल सीजन 2014-15 में केस्टर सीड का उत्पादन 18.24 लाख टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल 17.27 लाख टन का उत्पादन हुआ था। उद्योग का मानना है कि केस्टर सीड की पैदावार पिछले साल से कम रहेगी। उद्योग के अनुसार वर्ष 2014-15 में केस्टर सीड की पैदावार 11 लाख टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल 11.30 लाख टन की पैदावार हुई थी।....आर एस राणा

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