कुल पेज दृश्य

17 जुलाई 2015

दलहन, तिलहन के साथ मोटे अनाज की बुवाई बढ़ी, गन्ने की घटी


जुलाई में कम बारिष का असर सोयाबीन, मूंगफली और कपास की फसल पर पड़ने की आषंका
आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू खरीफ सीजन में जून महीने में हुई अच्छी बारिष से खरीफ फसलों खासकर के दलहन, तिलहन और मोटे अनाजों की बुवाई में बढ़ोतरी हुई है, हालांकि गन्ने की बुवाई पिछले साल से पिछड़ रही है। खरीफ फसलों के बुवाई क्षेत्रफल में तो बढ़ोतरी हुई है लेकिन चालू महीने में हुई कम बारिष से कपास, मूंगफली, सोयाबीन और दलहनी फसलों को नुकसान होने की आषंका हैं। खरीफ की प्रमुख फसल धान की रोपाई चालू खरीफ में बढ़कर 132.11 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक 126.55 लाख हैक्टेयर में ही रोपाई हुई थी।
कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू खरीफ में दलहन की बुवाई बढ़कर 55.99 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 23.92 लाख हैक्टेयर में दलहन की बुवाई हुई थी। खरीफ दलहन की प्रमुख फसल अरहर की बुवाई 20.30 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक 10.85 लाख हैक्टेयर में बुवाई हुई थी। उड़द की बुवाई चालू खरीफ में बढ़कर 13.46 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 3.66 लाख हैक्टेयर में इसकी बुवाई हुई थी। इसी तरह से मूंग की बुवाई चालू खरीफ में बढ़कर 15.06 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक 5.04 लाख हैक्टेयर में ही बुवाई हुई थी।
तिलहनों की बुवाई चालू खरीफ में बढ़कर 127.12 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक 38.07 लाख हैक्टेयर में हुई थी। खरीफ तिलहन की प्रमुख फसल सोयाबीन की बुवाई बढ़कर 95.65 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसकी बुवाई केवल 19.50 लाख हैक्टेयर में ही हुई थी। इसी तरह से मूंगफली की बुवाई चालू खरीफ में बढ़कर 24.33 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक 15.21 लाख हैक्टेयर में ही बुवाई हुई थी।
मोटे अनाजों की बुवाई बढ़कर चालू खरीफ सीजन में 102.35 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले इस समय तक 47.65 लाख हैक्टेयर मेें बुवाई हुई थी। मोटे अनाजों में ज्वार की बुवाई बढ़कर 11.32 लाख हैक्टेयर में और बाजारा की बुवाई 35.63 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है।
चालू सीजन में गन्ने की बुवाई में कमी देखी जा रही है। गन्ने की बुवाई अभी तक देषभर में केवल 44.80 लाख हैक्टेयर में ही हो पाई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 46.09 लाख हैक्टेयर में बुवाई हो चुकी थी। कपास की बुवाई चालू खरीफ में बढ़कर 93.22 लाख हैक्टेयर में हुई थी जबकि पिछले साल इस समय तक 55.99 लाख हैक्टेयर में ही बुवाई हुई थी।......आर एस राणा

कोई टिप्पणी नहीं: