कुल पेज दृश्य

22 जुलाई 2015

चालू वित्त वर्ष के पहले दो महीनों में गैर बासमती चावल का निर्यात बढ़ा


आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष 2015-16 के पहले दो महीनों अप्रैल से मई के दौरान गैर-बासमती चावल का निर्यात बढ़कर 10.48 लाख टन का हो गया। मूल्य के हिसाब से इस दौरान 6.08 फीसदी की बढ़ोतरी होकर कुल निर्यात 2,484.55 करोड़ रुपये का हुआ है।
एपीडा के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2015-16 के दौरान देष से गैर-बासमती चावल का निर्यात बढ़कर 10.48 लाख टन का हो गया जबकि वित्त वर्ष 2014-15 के पहले दो महीनो में 9.29 लाख टन गैर-बासमती चावल का निर्यात हुआ था। एपीडा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि खाड़ी देषों की आयात मांग बढ़ने से गैर-बासमती चावल के निर्यात में बढ़ोतरी देखी जा रही है। उन्होंने बताया वित्त वर्ष 2014-15 में देष से 82.74 लाख टन गैर बासमती चावल का निर्यात हुआ था जोकि वित्त वर्ष 2013-14 के 71.33 लाख टन से ज्यादा था। उन्होंने बताया कि चालू वित्त वर्ष में इसमें करीब 8 से 10 फीसदी की और बढ़ोतरी होने का अनुमान है।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2015-16 में गैर बासमती चावल का निर्यात मूल्य के हिसाब से बढ़कर 2,484.55 करोड़ रुपये का हो गया जबकि पिछले वित्त वर्ष 2014-15 के पहले दो महीनों में 2,342.20 करोड़ रुपये मूल्य का निर्यात हुआ था।
उत्पादक मंडियों में परमल चावल सेला का भाव 1,700 से 1,900 रुपये प्रति क्विंटल है जबकि षरबती चावल का भाव 2,600 से 2,750 रुपये प्रति क्विंटल है।....आर एस राणा

कोई टिप्पणी नहीं: