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21 सितंबर 2015

बारिष से केस्टर सीड की फसल को होगा फायदा


आर एस राणा
नई दिल्ली। केस्टर सीड के प्रमुख उत्पादक राज्य गुजरात में कई जगह बारिष हुई है। जिससे फसल को फायदा होगा। बारिष की वजह से मंडियों में केस्टर सीड की दैनिक आवक प्रभावित हुई जबकि मिलों की मांग अच्छी होने से इसकी कीमतों में तेजी दर्ज की गई। गुजरात की जामनगर मंडी में केस्टर सीड के भाव 3,750 से 3,880 रुपये तथा राजकोट मंडी में 3,950 से 4,050 रुपये प्रति क्विंटल रहे।
इस समय केस्टर तेल में निर्यात मांग अच्छी है तथा मंडियों में केस्टर सीड की दैनिक आवक पहले की तुलना में कम हो गई है। ऐसे में मिलों की मांग से केस्टर सीड की कीमतों में और भी सुधार आने का अनुमान है।
केस्टर तेल के निर्यात सौदे 1,280 डॉलर प्रति टन की दर से हो रहे है तथा इस समय चीन की आयात मांग अच्छी बनी हुई है। उद्योग के अनुसार चालू वित वर्ष 2015-16 के पहले दो महीनों अप्रैल से मई के दौरान 90,396 टन केस्टर तेल का निर्यात हो चुका है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 85,837 टन तेल का निर्यात हुआ है। वित वर्ष 2014-15 में देष से 4.59 लाख टन केस्टर तेल का निर्यात हुआ था तथा चालू वित वर्ष 2015-16 में भी निर्यात अच्छा होने का अनुमान है।
कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू खरीफ में केस्टर सीड की बुवाई 10.24 लाख हैक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 9.75 लाख हैक्टेयर में बुवाई हुई थी।
कृषि मंत्रालय के चौथे आरंभिक अनुमान के अनुसार फसल सीजन 2014-15 में केस्टर सीड की पैदावार बढ़कर 17.33 लाख टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल इसकी पैदावार 17.27 लाख टन की हुई थी।....आर एस राणा

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