कुल पेज दृश्य

12 अक्तूबर 2015

त्यौहारी मांग से आलू की कीमतों में आई तेजी


आर एस राणा
नई दिल्ली। त्यौहारी सीजन को देखते हुए खपत राज्यों की मांग बढ़ने से सप्ताहभर में आलू की कीमतों में 100 से 250 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी आई है। देषभर की मंडियों में आलू के औसत के भाव 5 अक्टूबर को 600 से 950 रुपये प्रति क्विंटल थे जोकि बढ़कर 700 से 1,300 रुपये प्रति क्विंटल क्वालिटीनुसार हो गए। नवरात्रों में आलू की खपत ज्यादा होती है इसलिए आगामी 8-10 दिनों तक इसकी कीमतों में तेजी की ही संभावना है।  सितंबर महीने में देषभर की मंडियों में 29.29 लाख क्विंटल आलू की दैनिक आवक हुई थी जबकि अक्टूबर में अभी तक देषभर की मंडियों में 10.23 लाख टन आलू की आवक हो चुकी है।
राष्ट्रीय बागवानी अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2015-16 की पहली तिमाही अप्रैल से जून देष से 37,125.79 टन आलू का निर्यात हुआ है। मालूम हो कि वित्त वर्ष 2014-15 में वित्त वर्ष 2013-14 के मुकबाले निर्यात में बढ़ोतरी हुई थी। वित वर्ष 2014-15 में देष से 3,05,979 टन आलू का निर्यात हुआ है जबकि वित वर्ष 2013-14 में 1,66,642 टन आलू का ही निर्यात हुआ था।
कृषि मंत्रालय के आरंभिक अनुमान के अनुसार फसल सीजन 2014-15 में देष में आलू की बुवाई 19.90 लाख हैक्टेयर में हुई है तथा पैदावार 421.74 लाख टन होने का अनुमान है। पिछले साल देष में आलू की बुवाई 19.73 लाख हैक्टेयर में हुई थी तथा पैदावार 415.55 लाख टन की हुई थी। हालांकि देष आलू की रिकार्ड पैदावार फसल सीजन 2012-13 में 453.43 लाख टन की हुई थी।
देष में आलू का उत्पादन मुख्यतः उत्तर प्रदेष, बिहार, पष्चिमी बंगाल, पंजाब, कर्नाटका और असम तथा मध्य प्रदेष में होता है। उत्तर प्रदेष में नए आलू की आवक मार्च-अप्रैल महीनें में, पष्चिमी बंगाल में मार्च महीने में, उत्तराखंड में जुलाई-अगस्त तथा अक्टूबर से दिसंबर तक होती है। पंजाब में आलू की आवक जनवरी और दिसंबर महीने में होती है, बिहार में आवक का पीक सीजन जनवरी और फरवरी महीने में होता है। तमिलनाडु देष का एक मात्र ऐसा राज्य है जहां 12 महीने यानि की जनवरी से लेकर दिसंबर तक आलू की आवक बनी रहती है।
आलू उत्पादन में उत्तर प्रदेष, पष्चिमी बंगाल और बिहार देष के अग्रिण राज्य है। उत्तर प्रदेष में कुल उत्पादन का 33 फीसदी आलू पैदा होता है जबकि पष्चिमी बंगाल की आलू उत्पादन में हिस्सेदारी 22 फीसदी, बिहार की 16 फीसदी है। इसके अलावा मध्य प्रदेष की 6 फीसदी, गुजरात की 5 फीसदी, पंजाब की 5 फीसदी, असम और हरियाणा की क्रमषः 2-2 फीसदी है।
गुजरात की सूरत मंडी में आलू के भाव 600 से 1,100 रुपये प्रति क्विंटल रहे तथा मंडी में 450 टन आलू की दैनिक आवक हुई। हरियाणा की बरवाला मंडी में आलू के भाव 600 से 1,000 रुपये प्रति क्विंटल रहे तथा मंडी में दैनिक आवक 30 टन की हुई। पंजाब की अबोहर मंडी में आलू के भाव 400 से 800 रुपये प्रति क्विंटल रहे तथा मंडी में दैनिक आवक 30 टन की हुई। उत्तराखंड की हल्द्वानी मंडी में आलू के भाव 400 से 1,100 रुपये प्रति क्विंटल रहे तथा दैनिक आवक 170.1 टन की हुई।.......आर एस राणा

कोई टिप्पणी नहीं: