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05 अक्तूबर 2015

मसाला कंपनियों की मांग से धनिया तेज


पहली तिमाही में धनिया का निर्यात बढ़ा
आर एस राणा
नई दिल्ली। घरेलू मसाला कंपनियों की मांग बढ़ने से उत्पादक मंडियों में धनिया की कीमतों में तेजी देखी गई। गुजरात की जूनागढ़ मंडी में धनिया के भाव 7,500 से 10,500 रुपये प्रति क्विंटल रहे। चालू वित्त वर्ष 2015-16 की पहली तिमाही में धनिया के निर्यात में बढ़ोतरी हुई है।
निर्यातकों की मांग धनिया में बढ़ रही है, साथ ही सर्दियों का सीजन षुरु होने वाला है इसलिए घरेलू मसाला कंपनियों के साथ ही निर्यातकों की मांग बढ़ने से धनिया के भाव में और भी सुधार आने का अनुमान है।
धनिया की पैदावार तो पिछले साल के मुकाबले ज्यादा हुई थी लेकिन फसल की कटाई के समय बेमौसम बारिष और ओलावृष्टि से फसल की क्वालिटी प्रभावित हुई थी जिसकी वजह से अच्छी गुणवत्ता के धनिया की उपलब्धता मांग की तुलना में कम है। अतः उत्पादक मंडियों में उच्च गुणवत्ता के धनिया की दैनिक आवक कम हो रही है।
कृषि मंत्रालय के अनुसार वर्ष 2014-15 में धनिया की बुवाई 4.47 लाख हैक्टेयर में हुई है तथा पैदावार 3.14 लाख टन होने का अनुमान है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में भारतीय धनिया के निर्यात सौदे इस समय 1.98 डॉलर प्रति किलो की दर से हो रहे हैं। भारतीय मसाला बोर्ड के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2015-16 के पहले तीन महीनों के दौरान धनिया का निर्यात बढ़कर 16,400 टन का हुआ है जबकि वित्त वर्ष 2014-15 की समान अवधि के दौरान 16,028 टन का निर्यात हुआ था। मसाला बोर्ड ने वित्त वर्ष 2015-16 में निर्यात का लक्ष्य 45,000 टन का रखा है।........आर एस राणा

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