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02 नवंबर 2015

निर्यातकों की मांग घटने से जीरा में आई गिरावट


आर एस राणा
नई दिल्ली। उंचे भाव में मसाला निर्माताओं की मांग कम होने से जीरा की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई। उत्पादक मंडियों में पिछले दो दिनों में इसकी कीमतों में 300 से 350 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट आ चुकी है। गुजरात की राजकोट मंडी में जीरा के भाव 13,275 से 14,930 रुपये प्रति क्विंटल रहे तथा मंडी में दैनिक आवक 32 टन की हुई।
जीरा की बुवाई का सीजन षुरु हो चुका है तथा निर्यातक इस समय बुवाई की स्थिति पर नजर रखें हुए हैं, इसलिए जीरा की खरीद सीमित मात्रा में ही कर रहे हैं। हालांकि उत्पादक मंडियों में अच्छी गुणवत्ता के जीरा का स्टॉक कम है तथा त्यौहारी सीजन के कारण घरेलू मसाला कंपनियों की मांग अभी बराबर बनी रहेगी, इसलिए भाव में फिर सुधार आने का अनुमान है। सितंबर के आखिर में गुजरात में हुई बारिष जीरा की बुवाई के लिए अच्छी मानी जा रही है तथा जानकारों का मानना है कि बुवाई पिछले साल की तुलना में बढ़ सकती है।
बीजे सीजन में जीरा की पैदावार उससे पिछले साल की तुलना में कम हुई थी साथ ही बेमौसम बारिष और ओलावृष्टि से जीरे की फसल की क्वालिटी भी प्रभावित हुई थी जिसकी वजह से अच्छी गुणवत्ता के जीरा का स्टॉक कम है।
भारतीय मसाला बोर्ड के अनुसार चालू वित वर्ष 2015-16 के पहले तीन महीनों अप्रैल से जून के दौरान देष से जीरा का निर्यात घटकर 27,000 टन का ही हुआ है जबकि वित वर्ष 2014-15 की समान अवधि में इसका निर्यात 49,000 टन का हुआ था। हालांकि वित वर्ष 2014-15 में जीरा के निर्यात में वित्त वर्ष 2013-14 के मुकाबले 11 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई थी।
विष्व बाजार में भारतीय जीरे का भाव घटकर 3.19 डॉलर प्रति किलो रह गया जबकि विष्व बाजार में महीनाभर पहले इसके भाव 3.31 डॉलर प्रति किलो थे। .........आर एस राणा

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