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22 जनवरी 2016

उद्योग ने चीनी उत्पादन अनुमान में 10 लाख टन की कटौती की


कीमतों में और भी सुधार आने का अनुमान
आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू पेराई सीजन 2015-16 (अक्टूबर-सितंबर) के दौरान उद्योग ने चीनी उत्पादन अनुमान में 10 लाख टन की कटौती की कर कुल उत्पादन 260 लाख टन होने का अनुमान लगाया है। इसका घरेलू बाजार में इसकी कीमतों पर पड़ सकता है।
इंडियन षुगर मिल्स एसोसिएषन (इस्मा) के अनुसार सबसे बड़े चीनी उत्पादक राज्य महाराष्ट्र में मौसमी बारिष की कमी से गन्ने की पैदावार कम हुई है जिसका असर इसकी पैदावार पर पड़ा है। इसके साथ ही कर्नाटका में भी चीनी के अग्रिम उत्पादन अनुमान में कमी आने की संभावना है। इस्मा ने पहले आरंभिक अनुमान में देष में चालू पेराई सीजन में 270 लाख टन चीनी के उत्पादन का अनुमान लगाया था जोकि घटाकर 260 लाख टन का कर दिया है।
महाराष्ट्र में चालू पेराई सीजन में 87 लाख टन चीनी उत्पादन होने का अनुमान है जबकि पहले आरंभिक अनुमान में यहां 90 लाख टन चीनी उत्पादन का अनुमान था। उत्तर प्रदेष में चालू पेराई सीजन में चीनी का उत्पादन पिछले साल के 71 लाख टन से बढ़कर 71.50 लाख टन होने का अनुमान है। उत्तर प्रदेष में चालू पेराई सीजन में गन्ने में रिकवरी की दर ज्यादा आ रही है।
बारिष की कमी का असर कर्नाटका में भी चीनी उत्पादन पर पड़ेगा, इसीलिए राज्य में चालू पेराई सीजन में केवल 43 लाख टन चीनी उत्पादन होने का अनुमान है जबकि पहले आरंभिक अनुमान में यहां 49.2 लाख टन चीनी उत्पादन का अनुमान था। तमिलनाडु में 13.9 लाख टन होने का अनुमान है। आंध्रप्रदेष, तेलंगाना और मध्य प्रदेष में भी चीनी उत्पादन में पिछले साल की तुलना में कमी आने की आषंका है।
उद्योग के अनुसार चीनी के एक्स फैक्ट्री भाव इस समय 2,950 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं जबकि मिलों की लागत करीब 3,300 से 3,500 रुपये प्रति क्विंटल है। जानकारों के अनुसार कम उत्पादन अनुमान से चीनी की कीमतों में तेजी का अनुमान है। दिल्ली में चीनी के भाव 3,200 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं।----------आर एस राणा

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