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14 जनवरी 2016

नई हल्दी की आवक षुरु, उत्पादन पिछले साल के लगभग बराबर


आर एस राणा
नई दिल्ली। आंध्रप्रदेष की निजामाबाद मंडी में नई हल्दी की दैनिक आवक षुक्रवार से षुरु हो जायेगी। चालू सीजन में हल्दी की पैदावार तो पिछले साल के लगभग बराबर ही होने का अनुमान है लेकिन बकाया स्टॉक पिछले साल की तुलना में कम होने से कुल उपलब्धता पिछले साल से कम रहेगी। ऐसे में अप्रैल-मई में हल्दी की कीमतों में तेजी बन सकती है। आंध्रप्रदेष की निजामाबाद मंडी में हल्दी के भाव 9,600 से 9,700 रुपये तथा इरोड़ मंडी में 9,400 रुपये प्रति क्विंटल रहे।
जानकारों का मानना है कि चालू सीजन में हल्दी की पैदावार 45 से 48 लाख बोरी (एक बोरी-70 किलो) ही होने का अनुमान है तथा नई फसल के समय बकाया स्टॉक 25 से 27 लाख बोरी का ही बचा हुआ है। ऐसे में कुल उपलब्धता 70 से 75 लाख बोरी की ही बैठेगी। पिछले साल भी हल्दी का उत्पादन तो करीब 45 से 48 लाख बोरी का ही हुआ था लेकिन पिछले साल नई फसल के समय उत्पादक राज्यों में करीब 40 से 45 लाख बोरी का बकाया स्टॉक बचा हुआ था। फरवरी महीने में उत्पादक राज्यों की मंडियों में नई फसल की आवक का दबाव बनेगा, जिससे भाव में एक बार को नरमी आने की आषंका है। हालांकि अभी आंध्रप्रदेष की मंडियों में नई फसल की आवक षुरु होगी, तथा अन्य राज्य की मंडियों में नई फसल फरवरी के पहले सप्ताह में आयेगी।
इस समय हल्दी में मांग कमजोर है, नई फसल को देखते हुए मसाला निर्माताओं के साथ ही निर्यातक भी नई फसल का इंतजार कर रहे हैं। नई फसल का सही आंकलन लगने के बाद ही इसमें खरीददारी बढ़ेगी, हालांकि यह सही है कि कुल उपलब्धता हल्दी की इस बार पिछले साल की तुलना में कम रहेगी, ऐसे में आगामी महीनों मार्च-अप्रैल में दैनिक आवक घटने के बाद इसके भाव में तेजी आने का अनुमान है।
भारतीय मसाला बोर्ड के अनुसार चालू वित वर्ष 2015-16 की पहली छमाही में देष से 46,500 टन हल्दी का निर्यात हुआ है जोकि वित वर्ष 2014-15 के 44,406 टन से ज्यादा है। विष्व बाजार में भारतीय हल्दी का भाव 3.31 डॉलर प्रति किलो है जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसका भाव 3.53 डॉलर प्रति किलो था।.........आर एस राणा

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