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10 फ़रवरी 2016

स्टॉकिस्टों की सक्रियता से बढ़े जीरा के भाव


गुजरात की मंडियों में नए जीरा की आवक षुरु
आर एस राणा
नई दिल्ली। जीरा में इस समय निर्यातकों की मांग कमजोर है, साथ ही गुजरात की मंडियों में जीरा की नई फसल की आवक भी षुरु हो गई है लेकिन स्टॉकिस्टों की सक्रियता से भाव वायदा में तेज हुए है जबकि हाजिर मंडियों में भाव स्थिर बने हुए हैं। ऐसे में वायदा में जीरा की कीमतों में आई तेजी स्थिर रहने की संभावना नहीं है।
चालू सीजन में जीरा की पैदावार में तो बढ़ोतरी होने का अनुमान है, साथ ही पुराना स्टॉक भी बचा हुआ है। इसीलिए स्टॉकिस्टों ने पुराना स्टॉक निकालने के लिए वायदा में जीरा के दाम बढ़ाये हैं। गुजरात की मंडियों में नए जीरा की दैनिक आवक भी षुरु हो गई है तथा चालू महीने के अंत तक दैनिक आवक और भी बढ़ेगी। उंझा मंडी में जीरा की दैनिक आवक बुधवार को 3,000 बोरी की हुई, इसमें 200 से 250 बोरी नया जीरा था। जीरा के भाव मंडी में 2,600 से 3,000 रुपये प्रति 20 किलो रहे।
भारतीय मसाला बोर्ड के अनुसार विष्व बाजार में भारतीय जीरा का भाव 3.13 डॉलर प्रति किलो है जबकि पिछले महीने इसका भाव 3.26 डॉलर प्रति किलो था। पिछले साल इस समय विष्व बाजार में भारतीय जीरा का भाव 3.53 डॉलर किलो था। बोर्ड के अनुसार चालू वित वर्ष 2015-16 की पहली छमाही में भारत से केवल 46,700 टन जीरा का ही निर्यात हुआ है जबकि पिछले वित वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात 89,772 टन का हुआ था।.......आर एस राणा

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