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07 मार्च 2016

फरवरी में खली के निर्यात में 74 फीसदी की भारी कमी


सोया खली न्यूनतम स्तर पर, सरसों खली के निर्यात में सुधार
आर एस राणा
नई दिल्ली। विष्व बाजार में दाम कम होने का सीधा असर देष से सोया खली के निर्यात पर पर पड़ रहा है। फरवरी महीने में केवल 1,127 टन सोया खली का निर्यात हुआ है जोकि अभी तक का न्यूनतम स्तर है। हालांकि फरवरी महीने में सरसों खली के निर्यात में जरुर सुधार देखा गया इस दौरान 9,803 टन सरसों खली का निर्यात हुआ है। फरवरी महीने में देष से खली के निर्यात में 74 फीसदी की भारी गिरावट आकर कुल निर्यात 53,866 टन का ही हुआ है जबकि पिछले साल फरवरी महीने में 2,08,499 टन खली का निर्यात हुआ था। विष्व बाजार में भारती सोया खली का भाव इस समय करीब 480 डॉलर प्रति टन है जबकि अर्जेटीना की सोया खली का भाव 321 डॉलर प्रति टन है।
साल्वेंट एक्सर्टक्टर्स एसोसिएषन आफ इंडिया (एसईए) के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2015-16 के पहले 11 महीनों अप्रैल से फरवरी के दौरान केवल 1,092,905 टन खली का निर्यात हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 2,256,436 टन खली का निर्यात हुआ था। इस दौरान सबसे ज्यादा गिरावट सोया खली के निर्यात में आई है। सोया खली का निर्यात चालू वित्त वर्ष के पहले 11 महीनों में 70,390 टन का हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 6,13,676 टन का निर्यात हुआ था। सरसों खली का निर्यात जनवरी महीने में 1,990 टन का हुआ था जबकि फरवरी में इसका निर्यात 9,803 टन का हुआ है।
भारतीय बंदरगाह पर मार्च महीने में सोया खली का भाव 489 डॉलर प्रति टन रह गया जबकि फरवरी में इसका भाव 492 डॉलर प्रति टन था। इसी तरह से सरसों खली का भाव इस दौरान 304 डॉलर से घटकर 286 डॉलर और मूंगफली की खली का भाव 446 डॉलर से घटकर 423 डॉलर प्रति टन रह गया।

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