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28 मार्च 2016

अप्रैल के बाद बन सकती है इलायची में तेजी

आर एस राणा
नई दिल्ली। इलायची की पांचवी तुड़ाई लगभग पूरी हो चुकी है अतः नीलामी केंद्रों पर आगामी दिनों में बोल्ड क्वालिटी की इलायची की आवक में कमी आयेगी। हालांकि इस समय निर्यात मांग सीमित है लेकिन रजमान की मांग निकलने के कारण अप्रैल के बाद भाव में तेजी बनने की संभावना है।
चालू सीजन में इलायची के निर्यात में भारी बढ़ोतरी हुई है तथा आगामी महीनो में बोल्ड क्वालिटी का निर्यात और बढ़ेगा क्योंकि ग्वाटेमाला के पास बोल्ड क्वालिटी का स्टॉक कम है। वैसे भी ग्वाटेमाला में नई फसल की आवक दिसंबर महीने में बनेगी।
चालू सीजन में इलायची की रिकार्ड पैदावार करीब 26,000 टन होने का अनुमान है। अतः प्लांटर्स और स्टॉकिस्टों की पास बकाया स्टॉक ज्यादा है। नई फसल की पैदावार मानसून की स्थिति पर निर्भर करेगी लेकिन जानकारों का मानना है चालू सीजन में भाव काफी नीचे रहे इसलिए अगले साल पैदावार में 15 से 20 फीसदी की कमी आने का अनुमान है।
इस समय नीलामी केंद्रों पर इलायची की साप्ताहिक आवक 600 से 650 टन की हो रही है लेकिन अप्रैल के बाद दैनिक आवक खासकर के बोल्ड क्वालिटी की आवक कम होगी, साथ ही रामजान के कारण खाड़ी देषों की आयात मांग बढ़ेगी, जिससे भाव में तेजी आने का अनुमान है। सोमवार को नीलामी केंद्र पर इलायची की दैनिक आवक 38,602 किलो की हुई तथा भाव 535 से 810 रुपये प्रति किलो रहे।
भारतीय मसाला बोर्ड के अनुसार चालू वित वर्ष 2015-16 की पहली छमाही में इलायची का निर्यात बढ़कर 2,025 टन का हुआ है जबकि पिछले वित वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात 921 टन का ही हुआ था। विष्व बाजार में भारतीय इलायची का भाव 11.35 डॉलर प्रति किलो है जबकि पिछले महीने इसका भाव 11.50 डॉलर प्रति किलो था।.......आर एस राणा

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