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24 सितंबर 2016

गेहूं के साथ खाद्य तेलों पर भी इम्पोर्ट ड्यूटी कम की

आर एस राणा
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने गेहूं पर इम्पोर्ट ड्यूटी को 25 फीसदी से घटाकर 10 फीसदी कर दिया है, साथ ही क्रुड पॉम तेल पर इम्पोर्ट डयूटी को 12 फीसदी से घटाकर 7.5 फीसदी और  रिफाइंड तेल के आयात इम्पोर्ट ड्यूटी को 20 फीसदी से घटाकर 15 फीसदी कर दिया, यह फैसला बुधवार को यानि 20 सितंबर 2016 को प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में लिया गया था। केंद्र सरकार द्वारा अधिसूचना के अनुसार के अनुसार गेहूं पर इम्पोर्ट ड्यूटी की अवधि 29 फीसदी 2017 तक जबकि खाद्य तेलों पर इम्पोर्ट डयूटी की अवधि अगले आदेष तक है।
खरीफ तिलहन की प्रमुख फसल सोयाबीन और मूंगफली की आवक अब मंडियों में बनेगी, चालू खरीफ में इनकी पैदावार ज्यादा होने का अनुमान है। लेकिन जिस तरह से सरकार ने स्टॉक लिमिट की अवधि को तो बढ़ाया ही है, साथ ही इम्पोर्ट ड्यूटी भी कम कर दी, ऐसे में सोयाबीन और मूंगफली में भारी गिरावट आने की उम्मीद है। सोयाबीन के भाव अक्टूबर महीने में न्यूनतम समर्थन मूल्य यानि (एमएसपी) 2,775 रुपये प्रति क्विंटल से भी नीचे जाने की आषंका है। इसी तरह से मूंगफली के भाव भी 4,220 रुपये प्रति क्विंटल जोकि चालू खरीफ सीजन 2016-17 के लिए मूंगफली का एमएसपी तय किया है उसे नीचे चले जाए तो कोई ताजूब नहीं होना चाहिए।,..............आर एस राणा

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