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07 अक्तूबर 2016

सितंबर महीने में खली निर्यात 35 फीसदी घटा

आर एस राणा
नई दिल्ली। सितंबर महीने में खली के निर्यात में 35 फीसदी की गिरावट आकर कुल निर्यात 90,907 टन का ही हुआ है जबकि पिछले साल सितंबर में इसका निर्यात 1,39,649 टन का हुआ था।
साल्वेंट एक्सट्रेक्टर्स एसोसिएषन आफ इंडिया (एसईए) के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2016-17 की पहली छमाही में देष से खली के निर्यात में 44 फीसदी की गिरावट आकर कुल निर्यात 4,21,741 टन का ही हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात 7,49,397 टन का हुआ था। हालांकि सितंबर महीने में सरसों खली के साथ ही सोया खली के निर्यात में अगस्त की तुलना में बढ़ोतरी हुई है। अगस्त महीने में देष से सोया खली का निर्यात केवल 1,726 टन का ही हुआ था जबकि सितंबर में इसका निर्यात 3,343 टन का हुआ है। इसी तरह से सरसों खली का निर्यात अगस्त में 32,371 टन का हुआ था जबकि सितंबर में इसका निर्यात बढ़कर 40,095 टन का हुआ है।
सोया खली के साथ ही सरसों खली की कीमतों में भी पिछले दो महीनों में गिरावट आई है। भारतीय बंदरगाह पर सोया खली के भाव जहां जुलाई में 494 डाॅलर प्रति टन थे, वहीं सितंबर में इसके भाव घटकर 463 डाॅलर प्रति टन रह गए। इसी तरह से सरसों खली के भाव इस दौरान 293 डाॅलर प्रति टन से घटकर 282 डाॅलर प्रति टन रह गए। विष्व बाजार में तुलना में भारत में अभी भी सरसों खली और सोया खली के भाव उंचे बने हुए हैं। सोया खली के भाव रोट्रडरम बंदरगाह पर जहां 371 डाॅलर प्रति टन (सीएंडएफ) हैं वहीं कांडला बंदरगाह पर भारतीय सोया खली के भाव 445 डाॅलर प्रति टन हैं। इसी तरह से सरसों खली के भाव विष्व बाजार में 215 डाॅलर प्रति टन हैं जबकि भारतीय सरसों खली के भाव 283 डाॅलर प्रति टन हैं।..........आर एस राणा

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