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18 जनवरी 2017

महाराष्ट्र और कर्नाटका में 67 चीनी मिलों में पेराई हुई बंद

चीनी उत्पादन में 5.92 लाख टन की कमी
आर एस राणा
नई दिल्ली। पहली अक्टूबर से चालू हुए पेराई सीजन में 15 जनवरी तक 104.80 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है जबकि पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 5.92 लाख टन कम है। इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) के अनुसार इस समय देशभर में केवल 399 चीनी मिलों में पेराई चल रही है जबकि पिछले साल इस समय 492 चीनी मिलों में पेराई चल रही थी।
प्रमुख चीनी उत्पादन राज्य महाराष्ट्र में चालू पेराई सीजन में पहली अक्टूबर से 15 जनवरी तक 31.43 लाख टन चीनी का उत्पादन ही हुआ है जबकि पिछले पेराई सीजन की समान अवधि में राज्य में 43.79 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका था। राज्य में चालू पेराई सीजन में 149 चीनी मिलों में पेराई आरंभ हुई थी, जिनमें से 15 जनवरी तक 56 चीनी मिलों में पेराई बंद हो चुकी है। सूखा प्रभावित क्षेत्रों सोलापुर, अहमदनगर और मराठवाड़ा रीजन की चीनी मिलों में पेराई बंद हुई है।
उत्तर प्रदेश में चालू पेराई सीजन में 35.50 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है जबकि पिछले साल की समान अवधि में राज्य में 27.07 लाख टन चीनी का ही उत्पादन हुआ था। राज्य में इस समय 116 चीनी मिलों में पेराई चल रही है, तथा पिछले साल भी इतनी ही चीनी मिलों में पेराई चल रही थी, लेकिन चालू पेराई सीजन में राज्य की मिलों ने पेराई पहले आरंभ कर दी थी, जिसकी वजह से उत्पादन में बढ़ोतरी हुई है।
अन्य चीनी उत्पादक राज्यों कर्नाटका में चालू पेराई सीजन में 51 जनवरी तक 18.50 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 21.15 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका था। राज्य में चालू पेराई सीजन में 61 चीनी मिलों में पेराई आरंभ हुई थी जिनमें से 21 चीनी मिलों में पेराई बंद हो चुकी है।
तमिनाडु में चालू पेराई सीजन में पहली अक्टूबर से 15 जनवरी तक 2.50 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 1.60 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था। गुजरात में 15 जनवरी तक 4.70 लाख टन चीनी का उत्पादन ही हुआ है जबकि पिछले साल इस समय तक 5.70 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था। आंध्रप्रदेश और तेलंगाना में 2.80 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है। बिहार, उत्तराखंड और पंजाब में चालू पेराई सीजन में अभी तक 7.42 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है। मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में 1.80 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ है।
इस्मा के अनुसार चालू पेराई सीजन में चीनी की सालाना खपत 245 लाख टन ही होने का अनुमान है जबकि पिछले साल खपत 248 लाख टन की हुई थी। उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, बिहार तथा तमिलनाडु में राज्य सरकारों ने गन्ने की कीमतों में बढ़ोतरी की थी, जबकि महाराष्ट्र में गन्ने की कमी से चीनी मिलें पूरी क्षमता का उपयोग नहीं कर पा रही है। ऐसे में चालू पेराई सीजन में चीनी की लागत 2 से 3 रुपये बढ़कर 36.50 रुपये प्रति किलो हो गई है, जबकि इस समय चीनी के एक्सफैक्ट्री भाव 36 रुपये प्रति किलो चल रहे हैं, जिससे चीनी मिलों को लागत भी वसूल नहीं हो रही है। ..............आर एस राणा

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