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15 जुलाई 2017

सोयाबीन के साथ ही मूंगफली की बुवाई पिछड़ी

आर एस राणा
नई दिल्ली। उत्पादक मंडियों में सोयाबीन के साथ ही मूंगफली के भाव न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से नीचे होने का असर चालू खरीफ में इनकी बुवाई पर पड़ा है। सोयाबीन की बुवाई चालू खरीफ में जहां 10 लाख हैक्टेयर पिछे चल रही है, वहीं मूंगफली की बुवाई भी 2 लाख हैक्टेयर पिछड़ रही है।
कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू खरीफ में सोयाबीन की बुवाई अभी तक केवल 73.44 लाख हैक्टेयर में ही हुई है, जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसकी बुवाई 83.14 लाख हैक्टेयर में हो चुकी थी। प्रमुख उत्पादक राज्य मध्य प्रदेश में सोयाबीन की बुवाई बढ़कर 36.20 लाख हैक्टेयर में ही हो पाई है, जबकि पिछले साल की समान अवधि में 49.64 लाख हैक्टेयर में हो चुकी थी। राजस्थान में भी चालू खरीफ में सोयाबीन की बुवाई घटकर 7.26 लाख हैक्टेयर में ही हो पाई है, जबकि पिछले साल इस समय तक 8.50 लाख हैक्टेयर में हो चुकी थी। महाराष्ट्र में चालू खरीफ में सोयाबीन की बुवाई बढ़कर 24.72 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक राज्य में केवल 16.99 लाख हैक्टेयर में ही हुई थी।
मंत्रालय के अनुसार मूंगफली की बुवाई चालू खरीफ में घटकर 24.39 लाख हैक्टेयर में ही हो पाई है, जबकि पिछले साल इस समय तक 26.41 लाख हैक्टेयर में हो चुकी थी। प्रमुख उत्पादक राज्य गुजरात में मूंगफली की बुवाई बढ़कर 12.87 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है, जबकि पिछले साल इस समय तक 10.10 लाख हैक्टेयर में ही बुवाई हो पाई थी। राजस्थान में मूंगफली की बुवाई बढ़कर 4.98 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक केवल 3.64 लाख हैक्टेयर में ही हो पाई थी। अन्य राज्यों महाराष्ट्र में मूंगफली की बुवाई 1.12 लाख हैक्टेयर में, मध्य प्रदेश में 1.33 लाख हैक्टेयर में, कर्नाटका में 1.10 लाख हैक्टेयर में और आंध्रप्रदेश में 1.78 लाख हैक्टेयर में बुवाई हो चुकी है।.............     आर एस राणा

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